आओ मिलजुल कर स्वस्थ्य खुशहाल समाज बनाए। आदर्श भारतीय होने का फर्ज निभाये। आओ मिलजुल कर स्वस्थ्य खुशहाल समाज बनाए। आदर्श भारतीय होने का फर्ज निभाये।
उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।। उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।।
हाँ लव अब डिजिटल हो गया है, लव आज कल फिजिकल हो गया है। हाँ लव अब डिजिटल हो गया है, लव आज कल फिजिकल हो गया है।
लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में। लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में।
संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार। संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार।
उनसे अगाध प्रेम। उनसे अगाध प्रेम।